
बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के बीच राजनीति गरमा गई है।
AAP ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि हर चुनाव से पहले वोटर लिस्ट में जानबूझकर गड़बड़ी करवाई जाती है।
AAP नेता अनुराग ढांडा ने कहा –
“सुप्रीम कोर्ट ने आज जिस मुद्दे पर चुनाव आयोग से जवाब मांगा है, वही बात हम शुरू से कह रहे हैं।
हर चुनाव से पहले बीजेपी मतदाता सूची में गड़बड़ी करवा कर लोकतंत्र को कमजोर करती है।”
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग और केंद्र सरकार अब तक इस मसले पर चुप हैं।
फॉर्म-6 में नागरिकता का कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मांगा जाता, जिससे गैर-नागरिकों के नाम भी लिस्ट में आ जाते हैं।
सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर करीब 3 घंटे बहस हो चुकी है।
अदालत ने चुनाव आयोग से पूछा कि –
“क्या वोटर की नागरिकता तय करना आयोग का काम है? यह गृह मंत्रालय का विषय है।”
अब बड़ा सवाल यह है –
क्या वोटर लिस्ट में गड़बड़ी चुनावी रणनीति बन गई है?
या फिर विपक्ष इस मुद्दे को राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहा है?