
एक बार फिर आसमान से आई दुखद खबर…
राजस्थान के चूरू ज़िले में भारतीय वायुसेना का एक और जगुआर फाइटर जेट क्रैश हो गया — और इस हादसे में देश ने अपने दो वीर पायलटों को खो दिया।
अब सवाल यह है कि बार-बार हो रहे इन हादसों का जिम्मेदार कौन?
और कब तक देश के बहादुर जवान तकनीकी खामियों की बलि चढ़ते रहेंगे?
घटना 9 जुलाई दोपहर 12:40 बजे की है।
राजस्थान के चूरू जिले के भाणूदा गांव, थाना राजलदेसर क्षेत्र में वायुसेना का जगुआर फाइटर जेट क्रैश हो गया।
इस भीषण हादसे में लीडर लोकेंद्र सिंह रोहतक, हरियाणा
लेफ्टिनेंट ऋषिराज पाली, राजस्थान शहीद हो गए।
मौके पर पहुंचे एसपी जय यादव के मुताबिक, मलबा पूरे इलाके में फैला था, और शव क्षत-विक्षत अवस्था में बरामद किए गए।
बताया जा रहा है कि हादसे के समय तकनीकी कारणों से दोनों पायलट विमान से इजेक्ट नहीं कर पाए।
पिछले 5 महीनों में यह तीसरा जगुआर क्रैश है।
हर बार हादसे के बाद एक कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बैठाई जाती है — लेकिन नतीजे, समाधान और सुधार सामने नहीं आते।
क्या पुराने फाइटर जेट्स की उड़ान अब सिर्फ खतरा बन चुकी है?
शहीद ऋषिराज की उम्र सिर्फ 23 साल थी… और स्क्वॉड्रन लीडर लोकेंद्र सिंह ने अपनी ज़िंदगी वतन को समर्पित कर दी।