
जब धर्म के वस्त्र पहनने वाला खुद शैतान बन जाए, जब प्रवचन की जगह विकृति और सेवा की जगह दुराचार होने लगे, तो ये सवाल उठता है कि आखिर भरोसा किस पर करें? पश्चिम बंगाल के संत, जो देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित हो चुके हैं। अब उन्हीं पर एक महिला ने गंभीर यौन शोषण का आरोप लगाया है।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद ज़िले की एक महिला ने स्वामी प्रदीप्तानंद उर्फ ’कार्तिक महाराज’ के खिलाफ बलात्कार की गंभीर एफआईआर दर्ज करवाई है। मिली जानकारी के अनुसार, पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने उसे धार्मिक और मानसिक रूप से प्रभावित किया, जिसके बाद लगातार 6 महीनों तक उसे 12 बार अपनी हवस का शिकार बनाया। यह भी बताया गया है कि पीड़िता पहले से ही भारत सेवाश्रम संघ से जुड़ी हुई थी और कार्तिक महाराज की शिक्षाओं और आध्यात्मिक गतिविधियों में भाग लेती थी। लेकिन कथित रूप से इस विश्वास का गलत फायदा उठाकर साधु ने उसका शोषण किया। मुर्शिदाबाद पुलिस ने बताया कि हमने पीड़िता के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली है। आरोपी साधु को जल्द ही तलब किया जाएगा और यदि पर्याप्त साक्ष्य मिले तो गिरफ्तारी की जाएगी। कार्तिक महाराज को भारत सरकार द्वारा ’पद्मश्री’ से सम्मानित किया गया था। वे भारत सेवाश्रम संघ, बेलडांगा शाखा में लंबे समय से आध्यात्मिक सेवा में सक्रिय बताए जाते हैं।