
छांगुर बाबा का चेहरा अब एक कथित संत से धर्मांतरण के मास्टरमाइंड के रूप में सामने आ चुका है।
यूपी एटीएस की जांच में लगातार नए राज सामने आ रहे हैं—बाबा का नेटवर्क देशभर में फैला हुआ था। सूत्रों के मुताबिक छांगुर बाबा के पास एक गुप्त तहखाना भी मिला है, जहां कथित तौर पर धर्मांतरण की गतिविधियां संचालित होती थीं।
100 करोड़ रुपये की फंडिंग कहां से आई?
अब तक इस सवाल का जवाब नहीं मिला, लेकिन जांच एजेंसियां विदेशी फंडिंग की दिशा में पड़ताल कर रही हैं।
बाबा के आश्रमों में फर्जी दस्तावेज़, धर्म परिवर्तन से जुड़े मटेरियल, विदेशी बैंक ट्रांजेक्शन और कई मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं।
छांगुर बाबा को आज यूपी एटीएस लखनऊ की अदालत में पेश करने जा रही है, जहां पूछताछ के बाद और बड़े खुलासों की उम्मीद है।