
देवास-इंदौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अर्जुन बड़ोद के पास निर्माणाधीन ब्रिज अब लोगों के लिए सुविधा नहीं, बल्कि रोज़ की मुसीबत बन गया है। हर दिन इस इलाके में लंबा जाम लगना आम बात हो गई है, जिसमें स्कूली बच्चे, यात्री, ऑफिस जाने वाले लोग, और सबसे चिंता की बात – एम्बुलेंस तक फंसी नजर आती हैं।
स्थानीय रहवासियों का कहना है कि ब्रिज निर्माण के दौरान वैकल्पिक रास्ते यानी सर्विस रोड का निर्माण ही नहीं किया गया, और जो पुरानी सर्विस रोड है, वह गड्ढों से भरी पड़ी है। जब बड़ी गाड़ियाँ या ट्रक उस पर फंसते हैं, तो जाम की स्थिति बन जाती है।
लोगों का आरोप है कि कई बार प्रशासन और ठेकेदार को शिकायत की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि रोजाना जाम में एंबुलेंस फंस जाती हैं, जिससे गंभीर मरीजों को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका और कई लोगों की जान भी जा चुकी है। इसके बावजूद ना प्रशासन सजग है, और ना ही ठेकेदार।
जाम की गंभीरता को देखते हुए शिप्रा और इंदौर ट्रैफिक पुलिस के जवान मौके पर तैनात किए गए हैं। लेकिन कई वाहन चालक नियमों की धज्जियाँ उड़ाते हुए रॉन्ग साइड से एंट्री लेते हैं, जिससे जाम और भी भयानक हो जाता है।