
यह कोई वेब सीरीज की स्क्रिप्ट नहीं, मेरठ के उस मेडिकल कालेज की सच्ची कहानी है, जहां इलाज के नाम पर जेल का लुटेरा सरकारी हॉस्पिटल में आराम फरमा रहा था और एक दिन पुलिस की आंखों में धूल झोंककर चुपचाप निकल गया। यह सिर्फ लापरवाही नही, बल्कि पुलिस की सुरक्षा और सिस्टम के मुंह पर करारा तमाचा है।
मेरठ से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां सहारनपुर जेल से इलाज के लिए लाया गया लूट का आरोपी मुशाहिद, मेडिकल हॉस्पिटल से फरार हो गया। शनिवार रात को मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती मुशाहिद को पुलिस सुरक्षा में रखा गया था। आरोप है कि सभी पुलिसकर्मी गहरी नींद में थे, और तभी लुटेरा बिना किसी रोक-टोक के निकल भागा। सबसे हैरानी की बात कि घंटों तक पुलिसकर्मियों ने घटना को छिपाए रखा और खुद ही ढूंढते रहे। जब बात संभाले नहीं बनी, तब जाकर मेडिकल थाना पुलिस को सूचना दी गई। अब इस मामले में सब-इंस्पेक्टर राजकुमार, हेड कांस्टेबल देवेंद्र, आदित्य, विनोद कुमार और कांस्टेबल नितिन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इन सभी को एसएसपी सहारनपुर ने तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। बता दे कि लुटेरा मुशाहिद, सहारनपुर जेल में बंद था। 24 मार्च को तबियत बिगड़ने पर उसे मेरठ मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। पुलिसकर्मी कई महीनों से अस्पताल में ड्यूटी पर लगे थे। शनिवार रात सभी पुलिसकर्मी बेड के पास तैनात थे लेकिन गहरी नींद में थे। रात में अचानक दरोगा की नींद खुली तो देखा बेड खाली था, लुटेरा गायब। घबराए पुलिसकर्मियों ने पहले मामले को दबाया, खुद तलाश की, लेकिन जब मामला काबू से बाहर हो गया, तो पुलिस कर्मियों ने थाने को सूचना दी। अब एसओजी और स्वॉट की टीम के साथ लोकल पुलिस की टीमें मुशाहिद को ढूंढने में लगाई गई हैं।