
बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण को लेकर सियासी बवाल मच गया है। विपक्षी महागठबंधन ने इसे “वोटबंदी की साजिश” करार देते हुए बिहार बंद का ऐलान किया है। बंद के समर्थन में कार्यकर्ता आज सुबह से ही सड़कों पर उतर आए।
अररिया के फारबिसगंज में बंद समर्थकों ने जोगबनी से कटिहार जा रही सवारी ट्रेन को बीच रास्ते में रोक दिया।
पटना के मनेर इलाके में प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर सड़क को जाम कर दिया।
कई जिलों में बाजार, स्कूल और दफ्तर बंद रहे।
सड़कों पर जगह-जगह महागठबंधन के पोस्टर और नारेबाजी देखी गई।
प्रदर्शन के कारण यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। स्कूल बसें और निजी वाहन जाम में फंसे रहे। स्थानीय लोग परेशान रहे कि यह बंद कब तक चलेगा और प्रशासन कब स्थिति संभालेगा।
तेजस्वी यादव ने कहा, “यह फर्जीवाड़ा है, वोटरों को जानबूझकर सूची से हटाया जा रहा है। चुनाव से पहले ये जनता के साथ धोखा है।”
वहीं, सत्तापक्ष का कहना है कि यह सिर्फ बेवजह का हंगामा है, चुनाव आयोग की प्रक्रिया को बाधित करना लोकतंत्र का अपमान है।
बिहार में चुनावी सरगर्मियों से पहले वोटर लिस्ट को लेकर खड़ा हुआ यह विवाद अब सियासी तूल पकड़ता जा रहा है। देखना होगा कि क्या चुनाव आयोग इस विवाद पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया देता है या फिर यह मुद्दा चुनाव तक यूं ही गरमाता रहेगा।