
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस ऑपरेशन के बाद बयान जारी करते हुए कहा, “मैं प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को धन्यवाद और बधाई देता हूं. हमने एक टीम की तरह काम किया — शायद वैसा जैसा पहले कभी किसी टीम ने नहीं किया. मैं इज़रायली सेना को उनके बेहतरीन कार्य के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और सबसे महत्वपूर्ण रूप से उन अमेरिकी देशभक्तों को बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने आज रात इन शानदार विमानों को उड़ाया. यह ऐसा सैन्य अभियान था जैसा दुनिया ने दशकों से नहीं देखा. मैं अमेरिकी सेना के हर सदस्य को सलाम करता हूं.
उन्होंने कहा: ईरान को अब शांति के रास्ते पर आना होगा, नहीं तो अंजाम और भी बड़ा होगा. अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया, तो भविष्य में होने वाले हमले और भी बड़े और आसान होंगे. पिछले 40 वर्षों से ईरान ‘Death to Israel, death to the US’ के नारे लगाता रहा है. उन्होंने हमारे लोगों को मारा है, सड़क किनारे बमों से हमारे सैनिकों के हाथ-पैर उड़ा दिए हैं.
इतने सारे लोगों की मौत उनके जनरल कासिम सुलेमानी के कारण हुई. मैंने बहुत पहले ही यह तय कर लिया था कि मैं ऐसा दोबारा नहीं होने दूंगा. अब यह जारी नहीं रहेगा.