
उत्तर प्रदेश में नामकरण की राजनीति पर सियासत गर्मा गई है। समाजवादी पार्टी के सांसद और राष्ट्रीय महासचिव लालजी वर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ नाम बदलने में माहिर हैं, जबकि ज़मीनी विकास का अभाव है।एक दिवसीय दौरे पर अंबेडकर नगर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर समाजवादी पार्टी के सांसद लालजी वर्मा ने तीखा हमला बोला है। वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ नामकरण करने में लगे हैं, जैसे कोई मठ के पुजारी हों। उन्होंने अकबरपुर में एक और नामकरण की घोषणा की, जबकि असली ज़रूरतें अब तक पूरी नहीं हुईं।
लालजी वर्मा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि “आज भी अकबरपुर मुख्यालय को बस स्टॉप तक नसीब नहीं हुआ है। काश मुख्यमंत्री नाम बदलने के बजाय बस स्टॉप का शिलान्यास करते तो जनता को कुछ राहत मिलती।”
उन्होंने टांडा बस स्टेशन का नाम स्वर्गीय जय राम वर्मा के नाम पर रखने को लेकर भी नाराज़गी जताई और कहा कि “अगर मुख्यमंत्री को वास्तव में श्रद्धांजलि देनी थी तो अंबेडकर नगर में एक विश्वविद्यालय की स्थापना करते, जिससे जिले को गर्व होता।”
इसी दौरान चलती वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में सीट को लेकर हुए विवाद पर भी सांसद वर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया दी। यह आरोप है कि भाजपा विधायक राजीव सिंह पारीछा के समर्थकों ने एक यात्री के साथ मारपीट की। इस पर सांसद वर्मा ने सख्त शब्दों में कहा कि “ऐसे मामलों में कठोर से कठोर कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि कोई जनप्रतिनिधि के नाम पर कानून को हाथ में लेने की हिम्मत न करे।”
सांसद लालजी वर्मा के बयानों ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। अब देखना होगा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ या भाजपा की ओर से इस बयानबाज़ी का क्या जवाब दिया जाता है।